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Saturday, 6 November 2021

आजादी का अमृत महोत्सव : ‘रहा’ की राह पर गोपीनाथ बोरदोलोई की बातें.. चप्पे-चप्पे में आज भी बसी हैं यादें

आधुनिक असम का रहगुजर एक छोटा सा कस्बा-रहा। गुवाहाटी से करीब 100 किमी दूर इसी जगह राज्य के महानायक गोपीनाथ बोरदोलोई का जन्म हुआ, बचपन बीता। भारत रत्न बोरदोलोई अब इस कस्बे के पर्याय बन चुके हैं। यहां का चप्पा-चप्पा आज भी उनकी ही बातें करता नजर आता है। 

source https://www.amarujala.com/india-news/azadi-ka-amrit-mahotsav-the-words-of-gopinath-bordoloi-on-the-path-of-raha-memories-are-still-settled-in-every-corner?utm_source=rssfeed&utm_medium=Referral&utm_campaign=rssfeed

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आज का शब्द: चहक और सुमित्रानंदन पंत की कविता- पत्रों-पुष्पों से टपक रहा

आज का शब्द: चहक और सुमित्रानंदन पंत की कविता- पत्रों-पुष्पों से टपक रहा source https://www.amarujala.com/kavya/shabd-sangrah/aaj-ka-shabd-...